Saturday, August 3, 2013

सातवा सत्र

आज डॉ सुरेन्द्र दलाल कीट साक्षरता किसान खेत पाठशाला राजपुरा (भैण ) का सातवा सत्र था !मेरे साथ गाँव ईगराह से सात किसान राजपुरा (भैण) पहुंचे थे !पाठशाला पहुंचने पर डॉ कमल ने बताया की आज हमारी पाठशाला में मेहमान रूप में डॉ आर एस सांगवान अपनी टीम के साथ पहुँच रहे हैं ! मैं सूचना समय पर नही देने की शिकायत करने ही वाला था !तभी डॉ कमल ने बताया की डॉ सांगवान का यह प्रोग्राम बिना किसी आमंत्रण के अचानक बना है ! जिसकी सुचना डॉ सांगवान ने फोन द्वारा कल ही मुझे मिली है ! डॉ सांगवान ने खुद फोन करके पाठशाला को देखने की इच्छा जाहिर की है ! जिसके कारण  मैं आप लोगों को समय पर सूचित नहीं कर सका ! तभी डॉ सांगवान का पाठशाला तक रास्ता  पूछने के लिए फोन आ गया !डॉ  साहब फोन पर रस्ता समझाने लगे तब तक हम फ्लैक्स बोर्ड लगाने में जुट गए मेरा दिमाग इसी बात पर अटका हुआ था कि डॉ आर . एस . सांगवान  हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में कॉटन सेक्शन के मुखिया हैं ! वो हमारी इस प्राइवेट किसान खेत पाठशाला में बिना निमंत्रण के किस उदेश्य से आ रहे हैं ! तभी डॉ साहेबान की गाड़ी पाठशाला में आ रुकी ! डॉ आर . एस .  सांगवान के साथ डॉ ओमेन्द्र सांगवान ( scientist cotton) व  कृष्णा रोनालिया ( assistent senior scientist cotton)भी पहुंचे !बलवान सरपंच ने मेहमानों का पाठशाला में पहुंचने पर स्वागत किया !डॉ साहेबान को साथ लेकर ग्रुपों में बटकर खेत का निरिक्षण शुरू हुआ !तीनों डॉ सहेवान ने भी निरिक्षण में बड़े चाव से भाग लिया !खेत आज भी गिला था !इस लिए पाँच -पाँच पौधों का नो -नो पतो द्वारा निरिक्षण किया गया !चतर सिंह ने बोर्ड पर पाँचों ग्रुपों की लाई गई रिपोर्ट के आधार  पर तीनों मेजर रस चोसक कीटों का जो ओसत मान निकाला उसे देख सभी दंग रह गये !जिसमे सफेद मक्खी 1. 5 ;हरा तेला 1. 8 व् चुरडा 2. 6 था !जो पिछले सप्ताह से काफी कम था !नई बहस का विषय बन गया !कुछ किसान जो पिछले सप्ताह हरे तेले की प्रोढ़ होने की नजदीक स्तिथि को कारण मान  रहे थे !कुछ किसान बरसात को इसका कारण मान रहे थे !  

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